Indicators on वशीकरण मंत्र किसे चाहिए You Should Know
Indicators on वशीकरण मंत्र किसे चाहिए You Should Know
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कामाख्या मंत्र: "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे"
ॐ नमो आदेश गुरु का एक फूल फूल भर दोना चौंसठ योगिनी ने मिल किया टोना फूल फूल वह फल न जानी हनुमन्त वीर घेर घेर दे आनी जो सूंघे इस फूल की बास उसका जी प्राण हमारे पास सोती होय तो जगाय लाव बैठी होय तो उठाय लाव और देखे जरे बरै, मोहि देखि मोरे पायन परे मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा वाचा वाची से टरे तो कुम्भी नरक में परे।
विधि: मंत्र सिद्धि के लिए, किसी भी ग्रहणकाल के दौरान एक मिट्टी का चौमुखा दीपक और चार लौंग लेकर किसी पवित्र स्थान पर बैठें। दीपक में चमेली का तेल डालें और चार बत्तियों को तेल में भिगोकर जलाएं। दीपक को इस प्रकार रखें कि प्रत्येक बत्ती का मुँह अलग-अलग चार दिशाओं की ओर हो। प्रत्येक बत्ती के पास एक लौंग रखें। ग्रहण के आरंभ से लेकर उसके समाप्त होने तक मंत्र का निरंतर जाप करें।
माला मूंगे की होनी चाहिए और धूप-दीप भी रखे.
शक्तिशाली और रहस्यमयी वशीकरण मंत्रों के बारे में बहुत सुना जाता है। यह एक ऐसा विषय है जिसपर अभी तक विवाद है कि इन मंत्रों का उपयोग सचमुच में संभव है या यह केवल मान्यता और अनुभवों का परिणाम है। वशीकरण मंत्रों का जो रहस्य और प्रभाव है, उसे विज्ञान अभी तक समझने में सक्षम नहीं हुआ है। हालांकि, कई लोग इन मंत्रों का उपयोग कर अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करने का दावा करते हैं।
काला गोरा तोतला तीनों बसे कपार दुहाई कामिया सिंदूर की
समय चुनें: मंत्र का उच्चारण करने के लिए शुभ समय चुनें, जैसे ब्रह्ममुहूर्त (सूर्योदय के आसपास), पूर्णिमा या अमावस्या के दिन, या अपनी इच्छा के अनुसार विशेष तिथि।
वशीकरण मंत्र का उपयोग करने से आप किसी को अपनी आज्ञाकारी शक्ति के तहत ला सकते हैं। यह उन विशेष तत्वों को जगाने का कार्य करता है जो व्यक्ति को आपकी आज्ञाएं मानने और कार्य करने में प्रेरित कर सकते हैं।
जिन लोगो में आकर्षण कम होता है और इसकी वजह से उन्हें मनचाही लड़की या लड़के की प्राप्ति नहीं हो रही है या शादी नहीं हो रही है उनके लिए ये अभ्यास बढ़िया है.
इस मंत्र का प्रयोग सिर्फ एक बार में एक व्यक्ति पर ही सिद्ध होता है.
ॐ जल की योगिनी पालै कलका नामा। जिस पै भेजूं तिस पै लाग। सोते सुख ना बैठे सुख। फिर फिर देखो हमारा मुख। मेरी बांधी जो छूटे। तो बाबा नाहर सिंह की जटा टूटे।
ॐ नमो पद्मिनी अंजन मेरा नाम इस नगरी में जाय मोहूं। सर्वग्राम मोहूं राज करंता रामो हूं। फर्श में बैठाय मोहूं पनिघट पनिहारिनी मोहूं। इस नगरी के छत्तीस पवनिया मोहूं। जो कोई मार मार करतं आवे उसे नरसिंह वीरणामपद अंगूठा तर धरे और घेर लावे। मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।
ग्रहण समाप्त होने पर उन चारों लौंग को निकालकर ताबीज में read more भर लें। जब इस प्रयोग की आवश्यकता हो, तो चार लौंग को मंत्र से सात बार अभिमंत्रित करें और ताबीज से स्पर्श कराएं। इसके बाद, जिसे भी यह लौंग खिलाई जाएगी, वह व्यक्ति साधक के प्रभाव में आ जाएगा।
पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का।